बीजेपी ने 17 साल तक पार्टी के लिए काम करने वाले अपने पुराने जमीनी कार्यकर्ता के रूप में यहां से टिकट दिया है. इसके बाद ही मैं चुनाव लड़ने के लिए इस प्रेस्टिजियस सीट पर आया हूं.

मैं बहुत बड़े-बड़े दावे नहीं करूंगा, मैं बहुत बड़े-बड़े वादे नहीं करूंगा, लेकिन, यहां पर मैं रहूंगा और यहां की समस्या में जितनी क्षमता और सामर्थ्य होगा उसके हिसाब से जो भी हो पाएगा उसे मैं यहां के लोगों के लिए पूरी तरह से समर्पित करूंगा.

सारे मुद्दों के बारे में हम सब संवेदनशील है जिन मुद्दों को हमने उठाया. उसे कैसे हम सब लोग पटरी पर ला पाएं. कैसे इसे हम दुरूस्त कर पाएं. यही हमारी प्राथमिकता होगी.

बेसिक सिविक इमनिटिज को लेकर भी यहां काफी किल्लत है. काफी दिक्कत है. नोएडा का एक परसेप्शन बना हुआ है कि बहुत ही चमकता हुआ और बहुत ही स्वच्छ है. लेकिन, आप किनारे-किनारे देखेंगे तो बहुत ही दिक्कत है. वहां पर भी चमकती हुई बिल्डिंग के उपर भी बहुत सारी परेशानियां हैं.

बायर्स और बिल्डर्स के बीच में टकराव बना हुआ है. कई जगहों पर हम जा रहे हैं तो लोगों की रजिस्ट्री नहीं हो पा रही है. बहुत सारी समस्याएं हैं इस तरह की.

पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ नोएडा से बीजेपी प्रत्याशी पंकज सिंह (फोटो: अमितेश)

पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ नोएडा से बीजेपी प्रत्याशी पंकज सिंह (फोटो: अमितेश)
मैं मानता हूं कि ये दोनों-तीनों लोग चाहे सपा-कांग्रेस हो या बीएसपी, उत्तर प्रदेश के भीतर अपने राजनीतिक जीवन के अस्तित्व की अंतिम लडाई लड़ रहे हैं. उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव में प्रदेश बीएसपी मुक्त हो गया था. इस बार विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी मुक्त प्रदेश लगभग हो जाएगा.

सरकार बनी तो क्या करेंगे?

सपा-कांग्रेस और बीएसपी वोट बैंक पॉलिटिक्स करते हैं. न यहां के लोगों की परेशानी के बारे में न ही किसी और की परेशानी के बारे में संवेदनशील हैं. अगर नोएडावासियों का आशीर्वाद मिला तो सभी लोग मिलकर नोएडा की सारी समस्याओं का समाधान करेंगे.

लॉ एंड आर्डर है, करप्शन है, सिचुएशन बद से बदतर हो रही है. मूलभूत सुविधाएं नहीं हैं. हम इस नोएडा को स्टार्ट-अप हब भी बना सकते हैं.

उत्तर प्रदेश में लॉ एंड ऑडर को लेकर बड़ी चिंता रहती है, इसकी स्थिति खराब है. खासतौर से लोगों के भीतर नोएडा के अंदर भी लॉ एंड ऑडर को लेकर चिंता बढ़ जाती है. पानी का मुद्दा बड़ा होता है. खास तौर से गंगा के जल को लेकर कई बार समस्या खड़ी होती है और सवाल खड़े होते हैं.

बिजली कटौती को लेकर परेशानी होती है, नोएडा इतना बड़ा एजुकेशनल हब है, इतना बड़ा इंडस्ट्रियल हब है फिर भी बिजली कटौती से सभी को परेशानी का सामना करना पड़ता है. बाकी नोएडा प्राधिकरण के भीतर कई चीजें अव्यवस्थित तरीके से चलती हैं और लखनऊ में सरकार में बैठे कुछ लोग उसको संचालित करने का काम करते हैं.

ये सभी मुद्दे हैं जिसको लेकर हम जनता के बीच में जा रहे हैं. जब हम जीतकर विधानसभा पहुंचेंगे तो जनता के नुमाइंदे होने के नाते जनता से जुड़ी तमाम समस्याओं का समाधान करेंगे.

सपा-कांग्रेस का एलायंस एक अवसरवादी एलायंस है. इन दोनों लोगों के प्रति जनता के मन में अविश्वास भी बढ़ा है और पांच साल सपा सरकार को और दस साल यूपीए की सरकार को प्रदेश और देश की जनता ने देखा है और जो अपेक्षाएं थी नौजवानों की. उन सभी अपेक्षाओं को टूटते हुए देश की जनता ने देखा है.

मुझे नहीं लगता कि ये बहुत बड़े बदलाव कर पाएंगे. अब तक जो नाकाम रहे वो आगे क्या कर पाएंगे. जनता सब समझती है.

कार्यकर्ताओं के साथ काम करने को मिला

पश्चिमी यूपी के भीतर मैं मानता हूं कि बहुत अच्छे परिणाम देखने को मिलेंगे. जिस तरह से इस वक्त बीजेपी के प्रति रुझान है. उसे देखकर मैं कह सकता हूं कि बहुत अच्छी सफलता मिलेगी. नोएडा भी पश्चिमी यूपी का हिस्सा है और मैं मानता हूं कि अच्छे परिणाम मिलेंगे. यहां भी बीजेपी की जीत होगी. कमल खिलेगा.

चुनाव प्रचार के दौरान पंकज सिंह (फोटो: अमितेश)

चुनाव प्रचार के दौरान पंकज सिंह (फोटो: अमितेश)
मुझे टिकट मिलने में देरी हुई, लेकिन, इसका फायदा हुआ कि प्रदेश भर के कार्यकर्ताओं के साथ हमें आत्मीय लगाव हुआ. उनके साथ काम करने का मौका मिला. उनके मन मस्तिष्क को समझने का मौका मिला, अपनी विचारधारा के साथ तपाने का मौका मिला.

अब जो टिकट मिला है उससे मैं अमित शाह जी और पूरे केंद्रीय नेतृत्व के प्रति आभारी हूं. प्रदेश के नेतृत्व के प्रति आभारी हूं. सीधे-सीधे ये जिम्मेदारी भी बनती है, और जब जिम्मेदारी मिलती है और सीधे-सीधे आप जब वोट मांगते हैं तो चाहे परिणाम जो भी हों, जैसा भी हो. लेकिन, जिम्मेदारी बन जाती है जिन लोगों ने आपके उपर भरोसा किया है. पूरे क्षेत्र के लोगों के प्रति जिम्मेदारी बन जाती है.

मैं बेहतर काम करने के लिए आया हूं. नोएडा की सीट पर बीजेपी का शुरू से ही कब्जा रहा है. पहले आदरणीय डॉ.महेश शर्मा जी, आदरणीया विमला बाथम जी, नवाब सिंह नागर जी और अशोक जी सभी यहां से जनप्रतिनिधि रहे हैं.

जब से मैं यहां आया तब से पहले ही दिन से इन सभी वरिष्ठ और बड़े नेताओं का आशीर्वाद हमें मिला है. मैं मानता हूं कि बड़ों के आशीर्वाद से परिणाम अच्छे ही होते हैं. इन सभी वरिष्ठ नेताओं का आशीर्वाद मिलने से उर्जा बढ़ जाती है. ज्यादा उर्जा मिलती है. नोएडा में भी यही देखने को मिल रहा है.

(लेखक बीजेपी के उम्मीदवार है और ये इनके निजी विचार हैं)

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